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Chanakya niti: गधे से भी इंसान सीखता है यह तीन बातें! कदम चूमेगी सफलता

Chanakya niti: हर इंसान किसी ना किसी से कोई सीख जरूर लेता है अश्विन पाराशर की बुक चाणक्य नीति के मुताबिक, चाणक्य नीति शास्त्र के आठवें अध्याय में आचार्य चाणक्य ने बताया कि लोग गधे से भी तीन बातें सीख सकता है।

आचार्य विष्णुगुप्त चाणक्य अपने गुणों से राजनीति विशारद आचार्य विचार की कूटनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं चाणक्य का जन्म का नाम विष्णु गुप्ता और चणक आचार्य के पुत्र ने कान में चाणक्य पहले आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री गुरु एवं संस्थापक थे आचार्य चाणक्य मौर्य वंश के राजनीतिक गुरु थे 2500 आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र लघु चाणक्य चाणक्य चाणक्य नीति शास्त्र लिखा था आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी बिल्कुल सटीक बैठती है।

अश्विनी परिसर की बुक चाणक्य नीति के मुताबिक चाणक्य नीति शास्त्र के छठे अध्याय में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि हर इंसान को गधे से 3 गुण सीखने चाहिए अगर कोई व्यक्ति इन तीन बातों को अपने जीवन में उतारता है तो जीवन में कभी भी धोखा नहीं खाएगा और से सफलता अवश्य मिलेगी।

1. प्रथम सिख – आलस्य का त्याग करें

Chanakya niti: आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जिस तरह गधा अधिक थका होने पर भी भोजन होता रहता है आगे से नहीं करता है उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी आने से नगर के अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सदैव वेतन करते रहना चाहिए साथ ही साथ कभी भी अपने लक्ष्य से भटकना नहीं चाहिए।

2. द्वितीय सीख – बदलते मौसम से ना डरे

Chanakya niti: आचार्य चाणक्य ने कहा कि जिस तरह गधा हर मौसम में हर परिस्थिति में अपना काम कर लेता है उसी तरह इंसान को भी मौसम की सर्द और गर्म होने से अंतर नहीं पढ़ना चाहिए अगर कोई व्यक्ति मौसम की सर्द गर्म होने से अपने कर्तव्य से विचलित होता है तो वह अपने लक्ष्य से भटक जाता है और असफल हो जाता है। जो भी व्यक्ति गधे की तरह हर मौसम में काम करने की हिम्मत रखता है वह अपने लक्ष्य से नहीं भटकता है और सफलता उसके कदम चूमती है।

3. तीसरी सीख – संतोष के साथ आगे बढ़े

Chanakya niti: आचार्य चाणक्य ने कहा है जिस प्रकार गधा संतुष्ट होकर कहीं भी चल लेता है उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति को भी सदा संतोष रखना चाहिए व्यक्ति के फल की चिंता किए बिना संतों के साथ काम करना चाहिए और अपने काम में लगे रहना चाहिए जिससे उसे हर हालत में सफलता मिलेगी और वह अपने जीवन में सफलता के साथ आगे बढ़ते रहेगा। जो भी व्यक्ति गधे की तरह संतोष करता है वह अपने लक्ष्य से भटकता नहीं है और सफलता को हासिल करके रहता है।

निष्कर्ष :- आचार्य चाणक्य के अनुसार गधे से व्यक्ति यह तीन बातें सीख कर अपने जीवन में सफलता पा सकता है। अपने लक्ष्य के प्रति अडिग रहें वातावरण से घबराए नहीं कठोर मेहनत करें, आलस का त्याग करें ‌‌।

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