Eye Flu in hindi : आई फ्लू वर्तमान में संपूर्ण भारत में अपना पांव पसारता जा रहे हैं। यह एक वायरल बीमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित होती है। इस बीमारी से प्रभावित अंग आंख है।eye flu ke lakshan
Eye flu को मेडिकल भाषा में कंजक्टिवाइटिस या पिंक आई भी कहा जाता है। साधारण भाषा में से आंख आना भी कहा जाता है।
Eye Flu in hindi
वर्तमान समय में बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिस कारण से वर्तमान समय में यह बीमारी अपने पाव पसार रही है। बारिश के मौसम के कारण वर्तमान समय में आंखों की यह बीमारी तेजी से फैल रही है। गली मोहल्ले से लेकर सड़कों पर आपको चश्मा लगाए लोग दिख जाएंगे।
आंखों में इंफेक्शन की वजह से लोगों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर आपको भी इस मौसम में आंखों में लालिमा,दर्द,खुजली और सूजन की समस्या हो रही है तो इसे हल्के में ना लें। यह सभी लक्षण आई फ्लू के संकेत है। अगर यह लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इस बीमारी में सही समय पर बचाव और इलाज नहीं मिलने की वजह से आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचता है।
आइए इस लेख में आसान भाषा में जानते हैं कि आई फ्लू क्या है और यह संक्रमण कैसे फैलता है।eye flu ke lakshan
What is eye Flu in Hindi: आई फ्लू क्या है ?
Eye flu एक आंखों की संक्रामक बीमारी है। इसकी वजह से आंखों में लालिमा दर्द और सूजन जैसे परेशानी होती है। आई फ्लू एक वायरस से संक्रमित होने की वजह से यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैलती है। संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क में आने की वजह से यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। आई फ्लू को वैज्ञानिक भाषा में कंजेक्टिवाइटिस या पिंक आई भी कहा जाता है। Eye flu को साधारण भाषा में आंख आना भी कहा जाता है।
Eye Flu cause in Hindi: आई फ्लू के कारण
आई फ्लू की समस्या बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा फैलती है। इस मौसम में वातावरण में संक्रमण फैलने की वजह से लोग आई फ्लू के शिकार हो जाते हैं। आई फ्लू धूल–मिट्टी,गंदगी आदि की वजह से होने वाली एलर्जी से होती है। बरसात के मौसम में नमी और बैक्टीरिया वायरस अधिक बढ़ जाते हैं इसकी वजह से आंखों में एलर्जी इन्फेशन हो सकता है। इसके अलावा अगर आप पहले से आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो इससे भी आपको आई फ्लू होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए आपको Eye flu से संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क में नहीं आना चाहिए। आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति को चश्मा लगा कर रखना चाहिए।
Eye flu के लक्षण( eye flu symptoms in Hindi)
आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है। इस बीमारी में मरीज की आंखों में दर्द सूजन और लालीमा जैसी परेशानी होती है। यह बीमारी होने पर आंखें लाल हो जाती है,आंखों में सूजन आ जाती है और आंखों से पानी बहने लगता है। संक्रमण बढ़ने पर मरीजों को देखने में परेशानी हो सकती है। आई फ्लू के प्रमुख लक्षण निम्न है –
- आंखों का लाल होना।
- आंखों के नीचे सूजन आ जाना।
- सुबह उठने पर आंखों का चिपक जाना।
- आंखों से गंदगी आना।
- आंखों में दर्द रहना।
- आंखों से पानी आना और खुजली आना।
आई फ्लू का इलाज|eye flu treatment in Hindi
आई फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। घरेलू नुस्खा और इलाज से बचना चाहिए। डॉक्टर मरीज की स्थिति और लक्ष्मण के आधार पर दवाइयों के इस्तेमाल की सलाह देते हैं। गंभीर संक्रमण वाले मरीजों को हाई डोज वाली दवाओं के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है जबकि आमतौर पर संक्रमण रोकने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाइयों और ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। ठन्डे व गुनगुने पानी से आंखों को धोने पर भी आराम मिलता है। बाहर निकलते समय काला चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है।
आई फ्लू से कैसे बचें|Eye Flu prevention tips in Hindi
सामान्यतः आई फ्लू का खतरा बारिश के मौसम में ज्यादा रहता है इसलिए बारिश में लोगों को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नियमित रूप से हाथों को हैंड सेनीटाइजर से धोने पर आप संक्रमण का शिकार होने से बच सकते हैं। ज्यादातर लोगों में यह संक्रमण हाथों के जरिए ही फेलता है। गंदे हाथों से आंखों को छूने से बचना चाहिए। किसी दूसरे व्यक्ति का कपड़ा तोलिया आदि इस्तेमाल ना करें।
अगर आप बाहर जाते हैं तो संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दरवाजों के हैंडल किसी भी सतह को छूने से बचें। अगर आप इन चीजों को छूते हैं तो हाथों को साबुन से साफ करें। इसके अलावा आई फ्लू से बचने के लिए आंखों पर काला चश्मा लगाकर रखें। आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें।